स्वच्छ पेयजल के लिए भागदौड़ बनी मौत का कारण
डबवाली से सटे पंजाब क्षेत्र में हुआ दर्दनाक हादसा, चाचा के साथ पानी भरने आए बच्चे की मौत
मंडी किलियांवाली की 20 हजार आबादी स्वच्छ पेयजल के लिए गांव में स्थित सात आरओ प्लांट पर निर्भर
डबवाली (एएनएन)।
सोमवार को डबवाली से सटी जिला श्री मुक्तसर साहिब की मंडी किलियांवाली में ट्रैक्टर-ट्राली तले कुचले जाने से 10 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की असली वजह सामने आई स्वच्छ पेयजल। वजह वाकई चौंकाने वाली है। क्यांेकि स्वच्छ पेयजल लेने के लिए ही बच्चा अपने चाचा के साथ आरओ केंद्र पर आया था। मृतक की पहचान मंडी किलियांवाली के वार्ड नंबर 11 निवासी मजदूर विक्की के बेटे दीपक उर्फ दीपू के रुप में हुई है।
हादसा सुबह मंडी किलियांवाली को भाटी कालोनी से जोड़ने वाली सड़क पर बने निजी आरओ केंद्र के बाहर हुआ। यह केंद्र धागा फैक्टरी के समीप स्थित है। बताते हैं कि बच्चा अपने चाचा प्रवीण के साथ बाइक पर आरओ प्लांट से पानी भरने आया था। हाथ में कैंपर था। प्लांट बंद था, इस वजह से दोनों एक अन्य प्लांट पर जा रहे थे। इसी दौरान बच्चे के हाथ से कैंपर छूट गया। कैंपर नीचे गिरा तो उसे संभालते-संभालते बच्चा भी नीचे गिर गया। सामने से आ रहे ट्रैक्टर-ट्राली ने बच्चे को कुचल दिया। घटनाक्रम की जानकारी देते हुए प्रवीण ने बताया कि उसने चालक को रुकने के लिए आवाज़ लगाई। चालक ने पीछे मुड़कर देखा और ट्रैक्टर भगा लिया। हादसा इतना दर्दनाक था कि बच्चे का मांस सड़क पर बिखर गया।
मृतक के चाचा प्रवीण ने बताया कि उसका भतीजा सबसे छोटा था। उससे दो बड़े भाई तथा एक बहन है। दीपू स्कूल नहीं पढ़ने जाता था। वे लोग पानी भरने के लिए आओ प्लांट पर आते हैं। सूचना पाकर मंडी किलियांवाली पुलिस मौका पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए गिदडबाहा के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। पुलिस ने वारदात स्थल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के लिए डीवीआर को अपने कब्जे में लिया है।
स्वच्छ पानी के लिए आरओ प्लांट पर निर्भरता
मंडी किलियांवाली की आबादी करीब 20 हजार है। वोटरों की संख्या 6865 है। आबादी 11 वार्डों में फैली हुई है। डबवाली से बिल्कुल सटा हुआ इलाका है मंडी किलियांवाली। लेकिन स्वच्छ पेयजल के लिए लोग मारे-मारे फिरते हैं। गांव के सरपंच गुरमेल सिंह टोनी ने बताया कि सीवरेज की समस्या है। सफाई न होने के कारण घरों में सीवरेज युक्त पेयजल की आपूर्ति होती है। ऐसे में सभी लोग आरओ प्लांट पर निर्भर हैं। गांव में सात से ज्यादा आरओ प्लांट हैं। इन प्लांटों से ही पेयजल आपूर्ति होती है। आज बच्चे की मौत हुई है। उसका कारण भी पेयजल है। वह कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा चुका है। लेकिन अधिकारी कहते हैं कि सीवरेज सफाई के लिए उनके पास बजट ही नहीं है।
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