किसानों को एमएसपी दिलाने के लिए ड्राफ्ट तैयार करेंगे आदित्य चौटाला
नेशनल काउंसिल आफ स्टेटस एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड की विशेषज्ञ समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं आदित्य
दिल्ली में आयोजित हुई कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति के लिए बनी विशेषज्ञ समिति की बैठक
डबवाली (डीडी गोयल)।
एक जमाना था जब चौधरी देवीलाल ने किसानों के लिए संघर्ष किया था। अब उनका पौता विधायक आदित्य चौटाला दादा के रास्ते पर चल दिया है। आदित्य जो हैं, वे देशभर के किसानों को फसलों का एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) दिलाने का प्रयास करेंगे। वे इसके लिए बकायदा ड्राफ्ट तैयार करेंगे। जिसे केंद्र सरकार के आगे प्रस्तुत किया जाएगा। शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित काउंसिल आफ स्टेटस एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड की विशेषज्ञ समिति में यह सब तय हुआ। दरअसल, आदित्य चौटाला कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति के निर्माण हेतू बनाई गई विशेषज्ञ समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
बैठक के बाद ANN से बातचीत करते हुए आदित्य देवीलाल ने बताया कि बैठक में एमएसपी को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। सरकार फसलों का एमएसपी तय करती है, लेकिन किसान को एमएसपी नहीं मिलता। किसान के खेत में पैदा होने वाला अनाज कौड़ियों के भाव बिकता है। जबकि दुकान या अन्य स्थान पर जाकर उसका मूल्य कई गुणा बढ़ जाता है। इससे किसान को लाभ नहीं होता। इसके पीछे मार्केटिंग को कारण माना गया। आदित्य देवीलाल के अनुसार गेहूं के सीजन के दो माह बाद गेहूं का मूल्य प्रति क्विंटल 200 या इससे अधिक बढ़ जाता है। जबकि किसान एमएसपी पर फसल बेचने के लिए भी संघर्ष करता है। उक्त विषय पर लंबी चर्चा हुई। कुछ सवाल सामने आए कि कहीं देशभर में कुछ लोगों ने पूल तो नहीं कर रखा या फिर मार्केटिंग में कमी है? किसानों को एमएसपी दिलाने के लिए पहले सभी राज्यों के साथ बैठक की जाएगी। बाद में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत की जाएगी। फिर एक ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। किसानों को फसलों का एमएसपी दिलाने के लिए ड्राफ्ट केंद्र सरकार के समक्ष रखा जाएगा।
मंडी सिस्टम नहीं होगा खत्म
राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य देवीलाल ने कहा कि निजीकरण को बढ़ावा नहीं देंगे। इससे किसान को नुकसान होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंडी सिस्टम किसी सूरत में खत्म नहीं होने देंगे। हरियाणा में करीब 250 मंडियां हैं। इन मंडियों को बेहतर बनाकर मजबूतीकरण करने का इरादा है। इस पर भी आज विस्तृत चर्चा हुई है। मंडियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
विशेषज्ञ समिति में ये लोग शामिल
किसानों को फसलों का बेहतर भाव दिलाने के लिए बनी विशेषज्ञ समिति में राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य देवीलाल के अलावा उपाध्यक्ष अशोक डलवई, सदस्य गोकुल पटनायक, आइएएस प्रवेश शर्मा, आइआइएम सुखपा सिंह, पूर्व चेयरमैन अजय जाखड़, डा. हेमा यादव, डा. जेएस यादव शामिल हैं। ये समिति 31 मार्च 2025 तक राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति का प्रारुप तैयार करेगी।
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