Monday, 20 January 2025

बेसहारा गोवंश

बेसहारा गोवंश को पकड़वाएगी डबवाली नगरपरिषद, ठेकेदार को तीन दिन में निपटानी होगी शिकायतें

नगरपरिषद ने टेंडर काल किया, शर्त रखी-ठेकेदार को कंट्रोल रुम बनाना होगा, रजिस्टर में दर्ज करेगा शिकायत

शहर की गलियों तथा मुख्य सड़कों पर घूम रहे हैं 500 से ज्यादा गोवंश

डबवाली।
नगरपरिषद बेसहारा गोवंश को पकड़वाकर संबंधित संस्थाओं में छुड़वाएगी। शहर में बेसहारा गोवंश से हो रहे हादसों के चलते नगरपरिषद ने उक्त फैसला लिया है। डबवाली शहर में बेसहारा गोवंश की संख्या बहुत ज्यादा है। प्रत्येक गली में गोवंश की संख्या औसत दो से तीन आंकी जा रही है। इसके अतिरिक्त मुख्य सड़कों पर भी बेसहारा गोवंश की भरमार है। इस वजह से हादसे होते हैं। हादसों को रोकने के लिए बेसहारा गोवंश को पकड़ने की मांग शहरवासी लंबे समय से करते आ रहे हैं। नगरपरिषद ने बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए टेंडर काल किए हैं। डबवाली में करीब 500 से ज्यादा गोवंश है।
पकड़े गए गोवंश को टैग करना होगा
एजेंसी को गोवंश यानी गाय और बैल को निर्धारित स्थान पर छोड़ना होगा। शर्त रखी गई है कि फर्म को छोड़े गए गोवंश की रसीद प्रस्तुत करनी होगी और इन रसीदों के आधार पर भुगतान किया जाएगा। फर्म या एजेंसी को प्रत्येक गोवंश को पकड़ने के बाद उसे टैग करना होगा। कार्य के दौरान कोई दुर्घटना होती है, तो एजेंसी ही जिम्मेवारी होगी। नप ने तय किया है कि एजेंसी को ऐसे मामलों का स्वयं निपटान करना होगा। यह शर्त भी रखी गई है कि बैलों की संख्या पकड़े गए कुल गोवंश का कम से कम 50 प्रतिशत होनी चाहिए। इसके बाद ही भुगतान किया जाएगा।
शिकायत केंद्र होगा, तीन दिन मंे निपटानी होगी समस्या
नगरपरिषद ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के लिए यह शर्त भी जोड़ी है कि जिस फर्म या एजेंसी को वर्क आर्डर जारी किया जाएगा, उसे शिकायतों को निपटाने के लिए एक शिकायत केंद्र और एक टोल फ्री या मोबाइल नंबर सार्वजनिक करना होगा। नियमित आधार पर पकड़े गए बेसहारा गोवंश का एक रजिस्टर भी बनाना होगा। पशु क्रूरता निवारण अधिनियम का सख्ती से पालन करना होगा। लोगों से मिलने वाली शिकायतों का निपटारा तीन दिन के भीतर करना। अगर ऐसा नहीं होगा तो संबंधित को प्रतिदिन 1000 रुपे जुर्माना देना होगा। जो शिकायतें आएंगी, उसका रजिस्टर बनाना होगा।
चारे की व्यवस्था ठेकेदार की करनी होगी
नगरपरिषद ने शर्त रखी है कि बेसहारा गोवंश को निर्धारित स्थान पर छोड़ने के बाद पहले तीन दिनों के लिए चारा या आहार की व्यवस्था ठेकेदार को करनी होगी। इसके अलावा पशुओं की टैगिंग न करने पर 1000 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन, जनता की शिकायतों का तीन दिन के भीतर समाधान न करने पर 1000 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन जुर्माना  देना होगा। कार्य के दौरान घायल होने वाले गोवंश का उपचार भी स्वयं ठेकेदार को करना होगा। बताया जाता है कि कार्य की अवधि एक वर्ष के लिए होगी तथा नगर निगम मंडी डबवाली द्वारा इसे एक वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है।

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